चीन-भारत-पाकिस्तान आर्थिक सहयोग संगठन (सीएए स्को):
सीएए स्को एक ऐसा आर्थिक संगठन है जो चीन, भारत, और पाकिस्तान को समेटकर आत्मनिर्भरता और विकास के क्षेत्र में सहयोग करता है। इस संगठन का उद्देश्य सदस्य देशों को एक-दूसरे के साथ आर्थिक सहयोग के माध्यम से मजबूत करना है ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपने आर्थिक लक्ष्यों को हासिल कर सकें।
सीएए स्को की उत्पत्ति:
सीएए स्को की उत्पत्ति 2001 में हुई थी और इसे मुख्य रूप से रिगा, लातविया में हुए एक सम्मेलन के बाद स्थापित किया गया था। इस संगठन की शुरुआत भूतपूर्व सोवियत संघ के विघटन के समय हुई थी और इसका उद्देश्य राष्ट्रों को आर्थिक विकास में सहयोग करना था।
सीएए स्को के सदस्य देश:
सीएए स्को के सदस्य देश हमेशा से ही चीन, भारत, और पाकिस्तान रहे हैं। इसके अलावा, इसमें कई अन्य देशों को भी सदस्यता मिली है, जैसे कि रूस, कज़ाखस्तान, उज़बेकिस्तान, ताज़िकिस्तान, और किर्गिज़स्तान।
भारत की CAA और उसका स्को सदस्यता:
भारत ने CAA के तहत सीएए स्को का सदस्य बनने का निर्णय लिया है, जो एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे भारत को इस संगठन के माध्यम से आर्थिक सहयोग मिलेगा और उसे अपने विकास के लक्ष्यों की प्राप्ति में मदद होगी।
भारत की CAA से उम्मीदें और लाभ:
CAA के तहत सीएए स्को का सदस्य बनने से भारत को कई लाभ हो सकते हैं। पहले तो, इससे भारत को रेगिस्तानी और शीतोष्ण इलाकों के लिए ऊर्जा संयंत्रों की आवश्यकता पूरी हो सकती है। यह सुनिश्चित करेगा कि भारत अपनी ऊर्जा सुरक्षा को लेकर सकारात्मक कदम उठाता है और विकास की दिशा में अ
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